up panchamrut yojana 2023 online registration/ application form apply online यूपी पंचामृत योजना 2022 benefit and objective eligibility criteria
UP Panchamrut Yojana 2023
राज्य के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने “पंचामृत योजना” की घोषणा की है। यह योजना किसानों की आय दोगुनी करने और किसानों के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए शुरू की गई थी। न्यूनतम लागत से अधिकतम उत्पादन होगा और दूसरा उत्पादन का उचित मूल्य मिलेगा। इस योजना के तहत गन्ने की बुवाई के लिए ट्रेंच मैनेजमेंट, वेस्ट मल्चिंग, ट्री मैनेजमेंट, ड्रिप इरिगेशन और को-क्रॉपिंग को शामिल किया गया है।पंचामृत योजना से गन्ने की उत्पादन लागत में कमी आएगी तथा पांच तकनीकों के माध्यम से भूमि का उत्पादन व उर्वरता बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा। योजना के तहत, उत्तर प्रदेश राज्य में कुल 2028 किसानों का चयन किया जाएगा । साजिश मॉडल शरद ऋतु के मौसम से पहले विकसित किया जाएगा। प्लॉट का न्यूनतम क्षेत्रफल 0.5 हेक्टेयर होगा। केन्द्रीय एवं पश्चिमी उत्तर प्रदेश के गन्ना विकास परिषद में कम से कम 15 भूखण्डों एवं पूर्वी उत्तर प्रदेश में 10-10 भूखण्डों का चयन किया जायेगा। गन्ना विकास विभाग के अधिकारी जिलेवार लक्ष्य निर्धारित करेंगे।
योजना का नाम | यूपी पंचामृत योजना |
विभाग | उत्तर प्रदेश गन्ना विकास विभाग |
उद्देश्य | अधिक गन्ना उत्पादन और आय दोगुनी करना |
लाभार्थी | यूपी के किसान |
सरकारी वेबसाइट | जल्द लॉन्च होगा |
यूपी पंचामृत योजना क्या है ?
उत्तर प्रदेश में गन्ने की खेती से होने वाली आय को दोगुना करने और गन्ने की उपज बढ़ाने के लिए उत्तर प्रदेश के गन्ना विभाग ने “यूपी पंचामृत योजना” शुरू की है। गन्ने की खेती में उपज बढ़ाने और आधुनिक तकनीक का प्रयोग करने के लिए गन्ना विभाग ने ट्रेंच मैनेजमेंट, वेस्ट मल्चिंग, ट्री मैनेजमेंट, ड्रिप इरिगेशन और को-क्रॉपिंग सहित गन्ने की बुवाई के इन पांच तरीकों को मिलाकर पंचामृत नाम से नई योजना शुरू की है. . कर दिए गए हैं। इन पांच तरीकों से पानी की खपत 50 से 60 प्रतिशत तक कम हो जाएगी और नमी बरकरार रहने से पौधों की उपज अच्छी होगी, पत्तों के जलने से होने वाले प्रदूषण की समस्या भी दूर हो जाएगी।
उत्तर प्रदेश के गन्ना विभाग के अधिकारी गेहूं की कटाई के बाद गन्ने की खेती की उपज बढ़ाने और यूपी के किसानों को जागरूक करने के लिए विभिन्न जिलों के गांवों का दौरा कर रहे हैं. पंचामृत योजना किसानों को बाजार की मांग के अनुसार गन्ने के साथ-साथ तिलहनी सब्जियां और दालें उगाने की अनुमति देगी। इसके साथ ही सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य मिले।
यूपी पंचामृत योजना के उद्देश्य
- यूपी पंचामृत योजना का उद्देश्य गन्ने की खेती में नई तकनीक का उपयोग करना है। जिससे गन्ने की उपज में वृद्धि हो और वसंत ऋतु में गन्ने की खेती से भी अधिक।
- इस मौसम में बोये गये गन्ने के साथ धनिया, मटर, लहसुन, टमाटर, गेहूँ की खेती की जा सकती है जिससे किसानों की आय में वृद्धि होगी।
- पंचामृत योजना से गन्ने की उत्पादन लागत में कमी आएगी तथा पांच तकनीकों के माध्यम से भूमि का उत्पादन व उर्वरता बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा।
- गन्ना बोने की पांच विधियों में ट्रेंच मैनेजमेंट, वेस्ट मल्चिंग, ट्री मैनेजमेंट, ड्रिप इरिगेशन और को-क्रॉपिंग शामिल हैं।
- उत्तर प्रदेश में कुल 2028 विशेष किसानों का चयन किया जाएगा। जिसके तहत गन्ना खेती के आदर्श मॉडल प्लॉट का लक्ष्य निर्धारित किया जाएगा, इस योजना में प्लॉट का क्षेत्रफल 0.5 हेक्टेयर होगा।
- इस योजना का मुख्य उद्देश्य पार्ले और गन्ने की पत्तियों के माध्यम से पानी की बचत और लागत को कम करना है।
- कीटनाशकों के प्रयोग से बचना एक से अधिक फसलों की खेती को बढ़ावा देना और किसानों की आय में वृद्धि करना है।
- खेतों में पत्ते जलाने से होने वाले प्रदूषण पर भी लगाम लगेगी।
- इस योजना के तहत अधिकतम किसानों के गन्ना कार्य की दृष्टि से जिलेवार विभिन्न लक्ष्य निर्धारित किये जायेंगे।
पंचामृत योजना के लाभ और विशेषताएं
- पंचामृत योजना से किसानों को दोहरा लाभ मिलेगा पहला न्यूनतम लागत पर अधिक से अधिक उत्पादन तथा दूसरा लाभ उत्पादन का उचित मूल्य मिलेगा।
- सरकार का लक्ष्य किसानों की आय दोगुनी करना है।
- इस योजना का लाभ उत्तर प्रदेश के किसानों को ही प्रदान किया जाएगा।
- उत्तर प्रदेश सरकार पंचामृत योजना के माध्यम से किसानों को गन्ने की खेती के लिए प्रोत्साहन दे रही है।
- गन्ने की गुणवत्ता के अनुसार गन्ने की कीमत बढ़ाई जाएगी।
- गन्ने की बुवाई के लिए प्रबंधन, ड्रिप सिंचाई, अपशिष्ट और सह-फसल विधियों को शामिल किया गया है।
- पंचामृत योजना से होगी पानी की बचत, खर्चा होगा कम
- गन्ने की पराली के इष्टतम उपयोग में कीटनाशकों के प्रयोग से बचा जा सकेगा और लागत में कमी आएगी।
- प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए जलाए जाने वाले पत्तों की जरूरत नहीं पड़ेगी।
- इस योजना के माध्यम से गन्ने की खेती को बढ़ावा दिया जाएगा।
- नई तकनीकों के प्रयोग से किसानों की आय में वृद्धि होगी।
- जिलेवार अलग-अलग लक्ष्य निर्धारित करेंगे और किसानों को सम्मानित किया जाएगा।
यूपी पंचामृत योजना के लिए पात्रता
पंचामृत योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदक उत्तर प्रदेश का नागरिक होना चाहिए। साथ ही वह किसान होना चाहिए। आवेदक के पास स्वयं की भूमि होनी चाहिए। सरकार ने फिलहाल पंचामृत योजना के लिए कोई पात्रता निर्धारित नहीं की है। जैसे ही सरकार पंचामृत योजना की पात्रता तय करेगी। हम आपको इस लेख के माध्यम से जानकारी देंगे जिससे आपको इस योजना का लाभ मिल सके।
यूपी पंचामृत योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया
आपको बता दें कि यूपी सरकार ने अभी पंचामृत योजना के तहत योजना की घोषणा की है। तथा इसका उद्देश्य, लाभ बताया गया है। यूपी सरकार ने अभी तक पंचामृत योजना के लिए आवेदन करने के लिए आधिकारिक वेबसाइट लॉन्च नहीं की है। जैसे ही सरकार आवेदन करने के लिए आधिकारिक वेबसाइट लॉन्च करेगी। इस लेख के माध्यम से हम आपको जानकारी देंगे। ताकि आप इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदन कर सकें और अपना उत्पादन और आय दोनों बढ़ा सकें।